
बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
जाको राखे साइयां, मार सके न कोय। ऐसा ही एक अचंभित करने वाला वाक्या बिहार के वैशाली जिले से सामने आया है। दरअसल, एक महिला गंगा नदी में रात भर ठंडे पानी में बहती रही। सुबह जब लोगों की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने उसे मृत समझा। बाद में मछुआरों ने उसे पानी से बाहर निकाला तो वह जिंदा निकली।
राघोपुर दियारा की रहने वाली अनिता देवी नाम की एक महिला सोमवार को देर शाम गंगा नदी पर बने पीपे के पुल पर ऑटो से गुजर रही थी। तभी उसकी तबीयत कुछ बिगड़ी तो वह ऑटो से नीचे उतर कर पीपे के पुल पर बैठ गई। इस दौरान ही उसका पैर फिसल गया और वह गंगा में जा गिरी।
महिला 12 घंटे तक पानी के बहाव में ही बहती रही। इस दौरान वह दस किलोमीटर तक बह गई। मछुआरों ने उसे बहते देखा और बाहर निकाला तो सांसें चल रही थीं। तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां अब उसकी हालत ठीक बताई जा रही है। लोगों ने पीड़िता को गर्म कपड़े दिए और रूम हीटर चलाकर उसे रखा गया। हालांकि इसके बाद उसकी जान बच गई।