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लापता मजदूर की लाश मिली, जिस निर्माणाधीन भवन का काम करने के दौरान हुआ था गायब, उसी के समीप खेत में तैर रही थी लाश

-चकिया पुलिस की सुस्ती हुई उजागर, परिजनों ने भवन मालिक प्रदीप अग्रवाल व ठेकेदार पर लगाये आरोप

मोतिहारी। अरुण कुमार द्विेवेदी
करीब एक सप्ताह पहले गायब शख्स की लाश उसी लोकेशन के आसपास मिलने से सोमवार को सनसनी मच गई। परिजनों ने पुलिसिया कारवाई पर उंगली उठाई है।

एक मजदूर को डॉग स्कॉवाएड व चकिया की पुलिस नहीं खोज पाई। जब लाश पानी से फूलकर पानी में तैरने लगा तो वह खुद बाहर आ गया। लाश देखते ही लोग भयभीत हो गए। सबसे अहम बात यह कि लाश निर्माणाधीन भवन के बगल में कचरे से भरे खेत से बरामद किया गया है। ऐसे में सवाल तो उठता है कि एक मजदूर साइट से गायब हो गया और किसी को खबर तक नहीं हुई। या उसकी हत्या की गई, यह गुत्थी तो पुलिस को सुलझानी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही साफ हुआ कि मुन्ना की मौत कैसे हुई। बहरहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
बता दें कि चकिया निवासी मुन्ना कुमार उर्फ हनुमान व्यवसायी प्रदीप अग्रवाल के निर्माणाधीन भवन पर काम करने आया था,जिसके बाद से ही वह लापता हो गया।
परिजनों ने 23 दिसम्बर को स्थानीय थाने में उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद ही पुलिस उसकी खोजबीन में लगी । एक हफ्ते तक अंधेरे में तीर चलाने के बाद रविवार को
डाग स्कवायड की मदद से भी साइट पर छानबीन की गई, मगर वहां से उसके कपडे ही बरामद हो पाये थे। लेकिन आज सुबह उसकी पानी में तैरती हुई लाश बरामद होने से हनुमान के परिजन पुलिसिया करावाइ पर उंगली उठा रहे हैं। इधर भले ही सात दिनों तक मामले में सुस्ती दिखाने वाली चकिया की पुलिस गायब हनुमान की हवा तक न पा सकी, लेकिन अब मामले की जांच की बात कह रही है। वैसे परिजन प्रदीप अग्रवाल व ठिकेदार पर ही आरोप लगा रहे हैं। साथ ही डीएम बुलाने की मांग भी कर रहे थे।

 

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