मोतिहारी । अशोक वर्मा
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करने वाली संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल बाबू सिंह ने बिहार में उत्पन्न निकाय के स्थगित चुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बताया कि देश में नित नई नई जो समस्याएं उत्पन्न हो रही है उसका मूल कारण आरक्षण की त्रुटिपूर्ण सिस्टम है। संस्था इस बात को मानती है कि कमजोर गरीब तबके को वैशाखी और सरकारी सहयोग मिलनी चाहिए लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि जात पात के नाम पर करोड़पति अरबपति लोग भी आरक्षण का लाभ लें।
यह पाप है और वंचितों के प्रति अन्याय है।वर्तमान कानून अंतर्गत जिस भी जाति के अमीर जो आरक्षण का लाभ ले रहे हैं, उन्हें स्वयं ही अपने को आरक्षण के लाभ से वंचित कर देना चाहिए।उन्हें खुद घोषणा कर देनी चाहिए कि देश में आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू हो। प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जिस तरह नरेंद्र मोदी के आह्वान पर अमीर लोगों ने रसोई गैस सब्सिडी लेना छोड़ दिया उसी तर्ज पर अमीर लोगों को स्वयं ही आरक्षण का लाभ लेने से इंकार कर देना चाहिए, इससे देश में एक नई परंपरा की शुरुआत होगी तथा गरीबों ,वंचितों के जो आरक्षण मिलनी चाहिए वह उसे मिल सके।
आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग को लेकर देशव्यापी रथ यात्रा का जो आगमन मोतिहारी में हुआ था उसके बाद बिहार में निकाय चुनाव में अति पिछड़ा आरक्षण के त्रुटि पूर्ण मुद्दे पर उच्च न्यायालय ने चुनाव स्थगित कर दिया। लालबाबू सिंह ने यह भी कहा की सारे समस्याओं का समाधान आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलने से हो जाएगा।