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कोरोना पर राहतकारी खबर, पिछले सात माह के अंदर सबसे कम 10 हजार मामले, मौतों का यह आंकड़ा

नेशनल डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
भारत के लिए कोराना के लिए अच्छी खबर है। यहां एक दिन में पिछले सात माह के अंदर सबसे कम 10,064 मामले मिले हैं। संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,05,81,837 पर पहुंच गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार को संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की कुल संख्या 1,02,28,753 हो गई। मंत्रालय द्वारा जारी सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 137 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,52,556 पर पहुंच गई। संक्रमण से एक दिन में मरने वालों की संख्या भी बीते करीब आठ महीने में सबसे कम है। इसमें बताया गया कि संक्रमणमुक्त होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ी है और यह 1,02,28,753 है।

 

इसके साथ ठीक होने वालों की राष्ट्रीय दर 96.66 फीसदी हो गई है। वहीं, संक्रमण से मृत्यु दर 1.44 फीसदी है। देश में कोविड-19 का इलाज करा रहे लोगों की संख्या तीन लाख से कम बनी हुई है। वर्तमान में 2,00,528 संक्रमितों का इलाज चल रहा है जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.90 फीसदी है। भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख के पार, 28 सितंबर को 60 लाख के पार, 11 अक्तूबर को 70 लाख से अधिक, 29 अक्तूबर को 80 लाख से अधिक और 20 नवंबर को 90 लाख से अधिक हो गए थे। कुल मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ से अधिक हो गए थे।

भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 18 जनवरी तक कुल 18,78,02,827 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। उनमें से 7,09,791 नमूनों की जांच सोमवार को की गई। जिन 137 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हुई। उनमें से 35 महाराष्ट्र से, 17 केरल से, 10 पश्चिम बंगाल से, नौ कर्नाटक से, आठ-आठ संक्रमित दिल्ली और तमिलनाडु से हैं। अब तक देश में कुल 1,52,556 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 50,473 महाराष्ट्र से, 12,272 तमिलनाडु से, 12,175 कर्नाटक से, 10,754 दिल्ली से, 10,063 पश्चिम बंगाल से, 8,580 उत्तर प्रदेश से, 7,141 आंध्र प्रदेश से और 5,509 मृतक पंजाब से हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

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