
नेशनल डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में राजभवन मार्च निकालने के लिए राज्य की राजधानी में जमा हुए किसानों पर पुलिस ने मंगलवार को लाठीचार्ज कर दिया। किसानों ने ऐतिहासिक गांधी मैदान के गेट नंबर 6 का ताला तोड़ा और व्यस्त डाक बंगला चैराहे से होते हुए राजभवन तक मार्च शुरू किया, लेकिन पुलिस ने उनको बीच रास्ते में रोक दिया।
किसान सितंबर में केंद्र द्वारा पारित तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति और अन्य वाम दलों के बैनर तले हजारों किसानों ने सुबह से ही पटना में इकट्ठा होकर ऐतिहासिक गांधी मैदान से मार्च शुरू किया।
लगभग 10 बजे किसानों ने गांधी मैदान के गेट नंबर 6 का ताला तोड़ दिया और साथ ही मैदान के पास मोर्चाबंदी कर दी। यहां से आंदोलनकारी डाक बंगले चैराहे से राजभवन की ओर मार्च करने लगे, जिस पर पुलिस ने आपत्ति जताई और लाठीचार्ज का सहारा लिया। पुलिस ने मार्च करने वाले किसानों पर वॉटर कैनन का प्रयोग भी किया। व्यस्त डाक बंगला चैराहे पर अराजक दृश्य दिखाई दिए, जब प्रदर्शनकारियों ने हेल्टर स्केटर चलाया।
प्रदर्शनकारी किसानों ने बैनर और तख्तियां लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इससे पहले, सीपीआई (एमएल) से संबद्ध रखने वाले अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव, रामाधार सिंह ने कहा कि किसानों के अलावा शेयरक्रॉपरों ने भी राजभवन मार्च में भाग लिया। उन्होंने कहा कि किसानों की विशाल सभा ने सरकार के खिलाफ अपनी दूसरी क्रांति दिखाई। उन्होंने कहा, जमींदारी व्यवस्था के खिलाफ पहले विरोध में किसानों ने अपनी एकता दिखाई थी और अब इन तीन विवादास्पद कानूनों के खिलाफ पूरे देश के किसान हथियार उठा रहे हैं।