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सेहत से खिलवाड़ः दीपावली पर नकली मावा व बासी मिठाइयों की हो रही बिक्री, खरीदारी में बरते सावधानी

मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
दीपावली के अवसर पर बाजार में मिठाईयों की डिमांड काफी बढ़ जाती है, जिसका फायदा उठा बाजार में नकली मावा व बासी मिठाइयों को भी बड़ी चतुराई से खपाया जाता है। वैसे तो कहने को खाद्य विभाग समय-समय पर कार्रवाई करता है, मगर इस कार्रवाई से ग्राहकों का कितना फायदा होता है यह जगजाहिर है। फिलहाल बेसन के लड्डू से लेकर मोतीचूर की लड्डू की बहुत मांग रहती है। इस बढ़ती मांग को देखते हुए नकली मिठाई के कारोबारी भी काफी सक्रिय हैं। जानकरों पर भरोसा करें तो नकली लड्डू की बहुत बड़ी खेप जिला में आ गयी है, जिसमें चमक भी है और सस्ता भी है। इसलिये जिले के डाक्टरों ने अपील किया है कि चमक पर नहीं परिचित मिठाई की दुकान से ही मिठाई की खरीदारी करें।

जानकारी के अनुसार किसी प्रकार की मिठाई हो उसकी तय लाइफ होती है। अमूमन तीन से चार दिन में लड्डू खराब होने लगता है। मगर कतिपय मिठाई दुकानदार इस बासी लड्डू में एसेंस और केमिकल डाल कर बासी लड्डू को फ्रेस बना मिठाई काउंटर पर सजा कर रख देते हैं। बताया जाता है कि अमूमन बेसन या गोंद की लड्डू बाजार में 240 से 250 रुपये प्रति किलो की दर से बिकती है। मगर कतिपय दुकानदार ऐसे कोलकाता व बनारस का लड्डू बता 80 से 90 रुपये बेच रहे हैं, जो जांच का विषय है। बताया जाता है कि मटर व खेसारी का लड्डू ही बाजार में सस्ते दाम पर बेचा जा रहा है। इसमें नकली रंग भी होता है जो किडनी से लेकर लिवर तक को खराबी पहंुचाता है। इससे बचने की सलाह आईएमए अध्यक्ष डॉ आशुतोष शरण ने दी है।

बताया जाता है कि जिले में नकली बेसन से निर्मित लड्डू गोपालगंज , बनारस व गोरखपुर से आ रहा है। जिसकी जांच के लिये सैम्पल लेने का काम शुरू कर दिया गया है। फूड इंस्पेक्टर ने छतौनी चौक सहित कई मिठाई दुकान से बासी लड्डू रोड पर फेंकवाया है । भारत स्वीट हाउस सहित कई मिठाई दुकान से जांच के लिये सैम्पल लिया है।फूड इंस्पेक्टर राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि जिस दुकान से मिठाई लें उस दुकान से कैश मेमो जरूर लें।

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