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दो दिवसीय चंपारण सांस्कृतिक महोत्सव में कलाकारों की नयनाभिराम प्रस्तुति, गीत-संगीत की रसधार में डूबते-उतराते रहे लोग

मोतिहारी। अशोक वर्मा
पूर्व कुलपति एवं महान संस्कृति कर्मी डॉ वीरेंद्र नाथ पांडे की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय चंपारण सांस्कृतिक महोत्सव का विधिवत उद्घाटन जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक,पुलिस अधीक्षक डॉ.कुमार आशीष, मानव रचना शैक्षणिक संस्थाओं के डायरेक्टर जेनेरल, भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (अ. प्रा.) व पूर्व कुलपति डॉ. एन. सी. वाधवा, प्रो. (डॉ.) पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, (उ. प्र.) के कुलपति प्रो. (डॉ.) राजेश सिंह, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के कुलपति प्रो. (डॉ.) राकेश कुमार सिंह, मानव रचना अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के कुलसचिव आर. के.अरोड़ा, महामहिम राज्यपाल के विधि सलाहकार आर. के. गिरि, बी.डी. कॉलेज,पटना के प्राचार्य प्रो. प्रवीण कुमार आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस वर्ष महर्षि वाल्मीकि राष्ट्रीय सम्मान 2022श् से पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर, ( उ.प्र) के कुलपति प्रो. राजेश सिंह को अलंकृत किया गया। उन्हें उच्च शिक्षा, शिक्षा प्रबंधन- नेतृत्व के क्षेत्र में अतिविशिष्ट उपलब्धियों तथा उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। वहीं भारत के अत्यंत लोकप्रिय टीवी पत्रकार व आजतक न्यूज चौनल के कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी को इस वर्ष श्प्रो.( डॉ.) वीरेन्द्र नाथ पाण्डेय राष्ट्रीय सम्मान- 2022श् से नवाजा गया।

महोत्सव के प्रथम दिन के सांस्कृतिक सत्र का आगाज प्रख्यात गायिका व चंपारण की बेटी डॉ.नीतू कुमारी नूतन के गायन से हुआ। सुरीली आवाज- अदब में प्रस्तुत उनके गीत – गजलों महौल को सुरमयी बना दिया, यूं कहें उस्मान मीर के लिए जमीन तैयार कर दी। तत्पश्चात दुनिया के मशहूर फनकार उस्मान मीर नेअपनी अद्भुत गायिकी से महोत्सव के इतिहास में एक नयी कड़ी जोड़ दी। आध्यात्मिकता व प्रेम रस से सराबोर उनकी गायन शैली ने श्रोताओं को सम्मोहित कर दिया।
महोत्सव के समापन सत्र का उद्घाटन बिहार सरकार के विधि मंत्री डॉ. शमीम अहमद, क्यू. आर. जी. हॉस्पिटल, फरीदाबाद कार्डियोलॉजी विभाग के डायरेक्टर व सीनियर कंसल्टेंट डॉ. राकेश राय सापरा, गोविंदगंज विधायक सुनील मणि तिवारी, पूर्व एम.एल.सी. सतीश कुमार आदि ने किया।
विधि मंत्री शमीम अहमद, डॉ. चंद्रलता झा, डॉ. नीतू कुमारी नूतन आदि अतिथियों के करकमलो महोत्सव समिति द्वारा प्रकाशित व प्रो.अरुण कुमार, प्रो. एकबाल हुसैन, डां विनय कुमार सिंह एवं संजय कुमार पाण्डेय द्वारा संपादित भव्यश् श् श्स्मारिकाश् का लोकार्पण हुअ।

समापन सत्र के सांस्कृतिक सत्र में अभिकल्पना कलावृक्षम, कोलकता के नेतृत्व में देश की विभिन्न जगहों के कलाकारों द्वारा नृत्य- नाटिका ( बैले) प्रेम रसधार की अनुपम प्रस्तुति की गई। शास्त्रीय नृत्य एवं सृजनात्मक नृत्य शैली में तैयार नृत्य- नाटिका की अद्भुत प्रस्तुति ने बेजोड़ थी। आमता घराना ( दरभंगा) की उपज व देश के ख्यातिलब्ध गायक अभिषेक कुमार मिश्रा ने गजल गायन से दर्शक- श्रोताओं को अभिभूत कर दिया। बिहार के युवा गायक कमलेश कुमार देव ने सुगम संगीत के विभिन्न रंगों की मोहक प्रस्तुति दी। चंपारण के लाल पंडित विवेक शिरोमणि तथा उभरती गायिका अनुप्रिया ने स्वर लहरियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा की झलकियाँ पेश कीं।

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