Home न्यूज चैत्र पूर्णिमा व हनुमान जयंती पर 101वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का...

चैत्र पूर्णिमा व हनुमान जयंती पर 101वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन

बेतिया डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकिनगर बेलवा घाट परिसर में चैत्र पूर्णिमा एवम् हनुमान जयंती के अवसर पर 101वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का श्री गणेश मुख्य अतिथि बगहा के अनुमंडल पदाधिकारी दीपक मिश्रा, विशिष्ट अतिथि पूर्वा होटल के एम .डी चंदन जायसवाल, लोकप्रिय कलाकार डी. आनंद, समाजसेवी संगीत आनंद, थारू कला संस्कृति एवं प्रशिक्षण संस्थान के सचिव होमलाल प्रसाद, आचार्य पंडित उदयभानु चतुर्वेदी, बजरंग दल के प्रेम कुमार,विजय झा, कुंदन कुमार एवं संजय यादव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।

बगहा एसडीएम श्री दीपक मिश्रा ने संबोधन के क्रम में कहा कि आदिकाल से ही नदियों की पूजा होती आ रही है। प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के प्रति लोगों में जन जागरूकता फैलाने हेतु इस महाआरती कार्यक्रम का आयोजन विगत 8 वर्षों से किया जा रहा है। यह एक ऐतिहासिक पहल है। प्रदूषण मुक्त वाल्मीकि नगर क्षेत्र में पर्यटक दूर-दूर से यहां की शुद्ध वायु में चौन सुकून का पल बिताने आते हैं। अनुमंडल प्रशासन द्वारा ऐसे कार्यक्रमों को बढ़ावा देने हेतु हर संभव सरकारी सहायता की जाएगी। संस्था के सदस्यों ने संयुक्त रुप से बगहा एसडीएम का सम्मान अंगवस्त्रम द्वारा किया। विशिष्ट अतिथि श्री चंदन जायसवाल ने कहा कि लावारिस दिव्यांग जनों को भोजन प्रदान करना एक बहुत बड़ा पुनीत कार्य है। मुख्य अतिथि ने समाजसेवी संगीत आनंद, एडिटर स्वरांजलि सरगम,होम लाल प्रसाद, विजय झा, कुंदन कुमार, गायिका भारती कुमारी,कलाकार शिवचंद्र शर्मा ,गायिका आशा साहू, समेत कई विशिष्ट व्यक्तित्वों को नारायणी गंडकी सम्मान से सम्मानित किया। संवेदक अनूप रंजन के सौजन्य से अंगवस्त्रम द्वारा साधु संत सम्मानित किए गए। पूर्वा होटल वाल्मीकि नगर द्वारा महाप्रसाद का इंतजाम किया गया। लोकप्रिय कलाकार डी. आनंद ने खुशियों का इजहार करते हुए कहा कि अपनी संस्था के माध्यम से हम निशुल्क कला का प्रशिक्षण देकर थरूहट के कलाकारों को भी स्वावलंबी बनाने की कोशिश लगातार कर रहे हैं।

भारत नेपाल के दर्जनों कलाकार स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा कला का प्रशिक्षण लेकर अपनी जीविका चला रहे हैं। संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा अंजू देवी ने कहा कि वाल्मीकि नगर पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न साकारात्मक कोशिश की जा रही हे। संगीत आनंद ने कहा कि हमारी संस्था द्वारा विगत 10 वर्षों से भारत नेपाल सीमा पर लावारिस दिव्यांग जनों को सुबह शाम निशुल्क भोजन प्रदान किया जाता है। भारत नेपाल पर्यटन को अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं । निशुल्क कला का प्रशिक्षण देकर थरूहट एवं नेपाल के कलाकारों को भी स्वावलंबी बनाने की दिशा में ठोस पहल जारी है।

लोकप्रिय गायिका भारती कुमारी ने देवी भइली डुमरी के फूल, हे दुख भंजन मारुति नंदन समेत कई भजनों को प्रस्तुत किया। गायक संगीत आनंद के भजनों पर देर तक श्रोता गण झूमते रहे। पंडित उदय भान चतुर्वेदी ने चौत्र पूर्णिमा की महिमा बताकर भक्तिमय गंगा बहाई। मंच संचालन डी आनंद ने किया और धन्यवाद ज्ञापन होम लाल प्रसाद ने किया। ढोल, मजीरा, झाल , करताल के साथ नारायणी गंडकी माता की भव्य महाआरती की गई। इस मौके पर नेपाल के गायक अजय चौहान, गायक दीपक सिंह ,नागेंद्र प्रसाद, अनमोल कुमार , एडिटर स्वरांजलि सरगम, नंदरानी देवी,ललिता देवी, कामेश्वर श्रीवास्तव ,शिक्षक उदय नारायण, अखिलेश शाह, गायिका आशा साहू, मुजफ्फरपुर से आए भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारी मैथिलीशरण, अंजुला कुमारी, समेत बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे। विभिन्न सामाजिक कार्यों को समय-समय पर सहयोग प्रदान करने के लिए वाल्मीकि नगर के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह एवं समाजसेवी महेंद्र किशोर सिंह उर्फ पिंटू सिंह की भूरी भूरी प्रशंसा की गई।

Previous articleTarget Search Engineering
Next articleचंपारण अंबेडकर स्मृति महोत्सव समिति ने आयोजित किया अंबेडकर महोत्सव, बाबा साहब को दी गई श्रद्धांजलि