
मोतिहारी। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
कोरोना काल के लिए कुख्यात यह साल जाते-जाते जिले की दो तिरस्कृत लड़कियों को उम्मीदों का नया सवेरा देकर जा रहा है। बालिका गृह की दो लडकियां बेगलुरु अकादमी में होटल मैनेजमेंट की पढाई करेंगी. दोनों लडकियां पिछले कई सालों से बालिकागृह की अधिवासिनी है. बेंगलुरु के लिए दोनों 29 दिसम्बर को प्रस्थान करेंगी. वहां से पढाई पूरी करने के बाद समाज की मुख्य धारा से जुड़कर नयी जिंदगी की शुरुआत करेंगी.
समाज से तिरस्कार और परिवार से प्रताडना का शिकार ये लडकिया पिछले कई सालों से मोतिहारी के बालिका गृह में रह रही हैं . अब इन लडकियों को हुनरमंद बनाने की सरकार ने योजना शुरु की है. अपने जिला और प्रदेश से बाहर जाने से कतराती लडकियों में साहस का परिचय दो लडकियों ने दिया है. जिन्हें राज्य सरकार के समाज सुधार विभाग की बाल संरक्षण इकाई की डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट की पढाई के लिए बेंगलुरु भेजेगी. इस पढाई के लिए राज्य की 16 लडकियों का चयन किया गया. जिनमें मोतिहारी की दो लडकियां शामिल हैं. ये आगामी 29 दिसम्बर को पटना से बेंगलुरु अकादमी के लिए प्रस्थान करेंगी. इस सम्बन्ध में डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि होटल मैनेजमेंट में दाखिला एक बड़ी और ऐतिहासिक पहल है. लड़कियां होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर अपने जीवन को खूबसूरत तरीके से संवारेंगी.
वहीं लडकियों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी में जुटे बाल संरक्षण अधिकारी राकेश कुमार बताते है कि राज्य से 16 लडकियों का चयन किया गया है. जिसमें मोतिहारी बालिका गृह में रहने वाली दो लडकियों का चयन हुआ है. चयनित दोनों लडकियों को हवाई मार्ग से प्रशिक्षण के लिए भेजा जायेगा,जिसकी तैयारी पूरी की जा रही है. वहीं बालिका गृह की अधीक्षक पूजा श्रीवास्तव बताती है कि समाज से तिरस्कृत इन लडकियों को हुनरमंद बनाने के प्रक्रिया शुरु हुई है, जिसके लिए उनके परिवार के लोगों ने सहमति दी है. पहले चरण में दो लड़कियों के हुनरमंद बनने से प्रताड़ित तिरस्कृत लड़कियों के हौसले बढेगें.