Home न्यूज मोतिहारीः रालोसपा का जदयू में विलय से बिहार में बनेगा एक नया...

मोतिहारीः रालोसपा का जदयू में विलय से बिहार में बनेगा एक नया राजनीतिक समीकरणः प्रो.दिनेश प्रसाद

मोतिहारी। अशोक वर्मा
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का विलय जनता दलयू में हो गया है। जिसकी घोषणा जनता दल यू कार्यालय पटना में हो चुकी है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जद यू मे विलय से संगठन काफी मजबूत होगा।महात्मा गांधी, जय प्रकाश नारायण,राम मनोहर लोहिया, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार करने के लिए और बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए यह रालोसपा का जदयू में विलय हुआ है।

विलय होने से दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में काफी खुशी है। रालोसपा के जदयू में विलय होने से समाजवादी आंदोलन के जो बिछड़े हुए साथी हैं।एक जगह पर आ गए हैं।जिससे बिहार में एक नया समीकरण बनेगा।रालोसपा का जदयू में विलय होने से गांधी लोहिया जयप्रकाश अंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर का सपना सकार हुआ है। रालोसपा के जदयू में विलय होने के बाद प्रो.दिनेश चंद्र प्रसाद कुशवाहा ने पटना में पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से मिलकर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।
गौरतलब है कि पूर्वी चंपारण में रालोसपा का मजबूत जनाधार है। बीते विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में जो समीकरण बना है उस हिसाब से फिलहाल जदयू राज्य मे तीसरे पादान की पार्टी है।

अभी एक नंबर में आरजेडी , दो नंबर में भाजपा एवं जदयू तीसरे स्थान पर है ।नीतीश कुमार की कार्यशैली अपने आप में काफी सधी हुई है तथा इनके ईमानदार कार्य है, इसमें कोई संदेह नहीं लेकिन चुनावी रणनीति अलग होती है और चुनाव का जो समीकरण बनता है वह अलग होता है ।वर्तमान समय में भले ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं लेकिन उनके दल की स्थिति बिहार में कमजोर है। दूसरी ओर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा का जनाधार पूर्वी चंपारण मे काफी मजबुत है। यहां पर सुभाष सिंह कुशवाहा, रामपुकार सिन्हा एवं डॉक्टर कुशवाहा,महेश सिंह जैसे कई बड़े-बड़े हस्ती इस जिले में है।

इनका अपना मजबुत जनाधार है ।चुनाव में हार जीत तो होती रहती है, लेकिन रालोसपा का जदयू मे विलय को एक शुभ संकेत माना जा रहा है ।रालोसपा के विलय से भाजपा खेमे में कुछ बेचैनी भी रहेगी । भाजपा के साथ नीतीश जी हैं लेकिन कमजोर स्थिति में है और आगे के लिए अपनी स्थिति को मजबूत बनाने की जो पहल उन्होंने की है यह पूर्वी चंपारण के रालोसपा के लिए काफी सुखद माना जा रहा है ।लोगों ने इसे अच्छा कदम बताया है।

Previous articleनेशनलः अब दिल्ली में सरकार का मतलब‘एलजी’, गृह मंत्रालय के इस आशय के बिल पेश करने के बाद मचा घमासान
Next articleमोतिहारीः आईटीआई. परिसर में 25बिहार बटालियन एन.सी.सी.का विशेष प्रशिक्षण शिविर शुरू