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लाइफस्टाइलः कोराना के कारण ‘वर्क फ्राॅम होम’ के कारण हो रहे परेशान, आइए जानते हैं इसके कारण

लाइफस्टाइल डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
कोरोनावायरस ने हमारी जिंदगी की रफ्तार को एक तरह से थाम रखा है। अभी भी काम-काजी लोग सीमित दायरे में रहकर काम करने को मजबूर हैं। वर्क फ्रॉम हॉम कामकाजी लोगों के लिए मुसीबत लेकर आया है। घर पर काम करने से हम पूरा फोकस अपने काम पर नहीं लगा पाते। घर परिवार और ऑफिस एक साथ मिलने की वजह से कार्यकुशलता पर असर पड़ रहा है। कई लोग वर्क फ्रॉम होम से परेशान हो गए हैं उन्हें लगता है कि ऑफिस और घर के बीच बहुत बड़ा फासला आ गया है। वर्क फ्रॉम होम से आखिर कुछ लोग क्यों परेशान है? क्यों लोग काम पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। आइए जानते हैं कि कौन से ऐसे कारण हैं जो वर्क फ्रॉम होम को कुशलता से अंजाम देने में बाधा बन रहे हैं।

नींद की कमीः

वर्क फ्रोम होम होने से कई चीजें हम एक साथ करने लगे हैं। ऑफिस का काम चलता रहता है लेकिन घर का काम भी हम साथ में निपटाते जाते हैं। घर पर काम करने से हमें परिवार के कई सदस्यों से बात करनी होती है। अगर घर में बच्चे हो तो काम में ये और ज्यादा मुश्किलें खड़ी करते हैं। ऊपर से हम एक्सरसाइज भी सही से नहीं कर पाते हैं। ऐसे में हमें नींद कम आती है। इसके अलावा कोरोना ने दुनिया भर में नींद के पैटर्न को खराब भी कर दिया है। जब पर्याप्त नींद नहीं आती तो हमारे दिमाग को आराम नहीं मिल पाता है। बिना आराम किए दिमाग पूरी क्षमता से काम करने के लिए तैयार नहीं होता। इससे थकान और बेचैनी होती है। नींद हमारी काम करने की क्षमता और उत्पादकता को भी प्रभावित करती है। इसलिए किसी भी काम पर फोकस के लिए पर्याप्त नींद लें।

मल्टी टास्किंग

ऊपर बताया जा चुका है कि वर्क फ्रोम होम के कारण कई लोगों को एक साथ कई काम करने पड़ते हैं। यानी मल्टीटास्किंग जिम्मेवारी लोगों को निभानी पड़ती है। यह आम बात हो गई है लेकिन कुछ व्यक्तियों में एक साथ कई काम करने की आदत है। ऐसे में मानसिक ऊर्जा विभाजित हो जाती है। इसके कारण किसी चीज को प्राथमिकता के आधार पर करने में एकाग्रचित होना मुश्किल हो जाता है। जैसे ही हम किसी चीज पर ध्यान लगाते हैं, वैसे ही अन्य काम दिमाग में आने लगते है। इसकी वजह से जो काम हम हाथ में लिए रहते हैं, उसकी कार्यकुशलता पर असर पड़ता है। अतः एक समय पर एक ही काम करें तो उसपर फोकस रखा जा सकता है।

माहौल में परिवर्तन

घर में काम करते वक्त घर में कभी टीवी चलने लगता, कभी फोन बजता, कभी कोई बच्चा चिल्लाने लगता, ऐसे माहौल में भटकाव पैदा होता है। इससे भी काम करने की कार्यकुशलता पर असर पड़ता है। अगर इस तरह का माहौल हो तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी मेहनत करते हैं, काम पर असर होना लाजिमी है। इसलिए किसी काम को कार्यकुशलता से करने के लिए माहौल का भी सही होना जरूरी है।

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