मोतिहारी। डीबीटी टीम
बिहार में सरकारी स्कूलों की खस्ताहाली किसी से छुपी हुई नहीं है। ज्यादातर विद्यायलों की हालत नब्बे के दशकों वाली है। न छात्र अपडेट हैं न टीचर। ऐसे में पढ़ाई किस स्तर की होगी यह सहज ही समझा जा सकता है। बहरहाल चंपारण के लाल, हरदिल अजीज उद्योगपति राकेश पांडेय जो अपने स्कूली दोस्तों संग खासतौर पर अपना जन्मदिन मनाने दुबई से मोतिहारी आए हुए हैं ने सोमवार को उस विद्यालय का जायजा लिया, जहां से उन्होंने बचपन में शिक्षा ग्रहण की थी।
यहां की जर्जर हालत देख वे काफी दुखी हुए। बता दें कि वे राजकीय कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे थे। यहां आकर उन्होंने बचपन की यादों को भी ताजा किया। बताया कि इसी विद्यालय से उन्होंने पढ़ाई की है। इसकी हालत बहुत ख़राब है। वे विधालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं से मिले तथा पढ़ाई की मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी ली, तत्पश्चात विद्यालय को अपने स्तर से 10 कंप्यूटर तथा बच्चियों के लिए स्पोटर्स का सामान और ड्रेस देने की बता कही। कहा कि यह उनका फर्ज बनता है कि वे अपने ग्रामीण क्षेत्रों में भी पढ़ाई के प्रति बच्चों को जागरूक करे। कहा कि जल्द ही हमारे गाँव के बच्चे भी कम्प्यूटर पर पढ़ाई करेंगे।