
नेशनल डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
कनाडा के बाद ब्रिटेन सहित कुछ देशों में किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन के नाम पर खालिस्तान समर्थक एजेंडे पर भारत को सख्त एतराज है। भारत विभिन्न सरकारों के संपर्क में है। ब्रिटेन में हुए प्रदर्शन के खिलाफ भारत ने अपनी आपत्ति जताई है। भारतीय दूतावास के सामने हुए प्रदर्शन में परमजीत सिंह पम्मा भी शामिल हुआ था और खालिस्तानी झंडे लहराए गए थे।
ब्रिटेन में हुए प्रदर्शन पर वहां भारतीय उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह जल्द स्पष्ट हो गया कि लोगों के जमावड़े की अगुवाई भारत विरोधी अलगाववादी कर रहे थे जिन्होंने भारत में किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने के नाम पर भारत विरोधी अपना एजेंडा चलाया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन भारत का आंतरिक मामला है और भारत सरकार प्रदर्शनकारियों से बात कर रही है।
गौरतलब है कि लन्दन में भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तान के झंडे के साथ सोमवार को सिख फॉर जस्टिस ग्रुप का परमजीत सिंह श्पम्माश् शामिल हुआ। पिछले साल भारत ने इस समूह का बहिष्कार किया था। भारत में यह संगठन प्रतिबंधित भी है।
खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मा ने लंदन में खालिस्तानी आतंकी वित्त पोषित रैली में भारत विरोधी नारे लगाए। पम्मा एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है और इसमें प्रतिबंधित आतंकी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) भी शामिल है, जिसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।