
बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
कच्ची उमर में प्यार का रंग कुछ ज्यादा ही गाढ़ा हो जाता है। अब यह मोबाइल जो न करे। माता-पिता 10-12 साल की उम्र में ही बच्चों को मोबाइल फोन, वह भी स्मार्टफोन दे रहे हैं, और इसका नतीजा यह हो रहा है कि वे अपनी मनमर्जी करने लगते हैं। तरह-तरह के सोशल साइटस पर वर्चुअल रूप से जुड़ने के बाद, जब प्यार का कीड़ा काटता है तो फिर वह जो न कराये कम है। ऐसे ही कच्ची उमर के लव का मामला बिहार के मधुबनी से सामने आया है।
एक 16 वर्षीय एक नाबालिग लड़की अपने ब्वॉयफ्रेंड से मिलने के लिए घर से भाग निकली, लेकिन रास्ते में ही मोबाइल फोन पर हुई बातचीत में ब्वॉयफ्रेंड ने लड़की से मिलने से इनकार कर दिया। ऐसे में नाबालिग लड़की के पास कोई विकल्प नहीं बचा तो वो रांची स्टेशन पर उतर गई। जल्द ही ‘नन्हे फरिश्ते’ और रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने लड़की से बात की। उसको सही सलामत रेलवे लाइन रांची को सुपुर्द कर दिया गया।
परिजनों को भी इसकी जानकारी दे दी गई। जानकारी के अनुसार, बिहार के मधुबनी स्थित सिमरा गांव की रहने वाली 16 वर्षीय युवती शुक्रवार देर राम रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर डरी-सहमी बैठी थी.
इस दौरान नन्हे फरिश्ते और रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में चेकिंग के दौरान नाबालिग लड़की से बात की। नाबालिग लड़की ने जवानों को बताया कि वह अपने ब्वॉयफ्रेंड से मिलने के लिए घर से भागकर सिकंदराबाद जाने वाले थी, लेकिन उस शख्स ने मुलाकात से मना कर दिया, इसलिए वह रांची स्टेशन पर उतर आई। इस बीच टीम ने तुरंत नाबालिग लड़की को सही सलामत रेलवे लाइन रांची के सुपुर्द कर दिया. इसके साथ ही उसके परिजनों को सूचना दे दी गई। सोचिए यह तो लड़की का सौभाग्य था कि वह सही लोगों की नजर में आ गई, नहीं तो किसी गलत इंसान के चंगुल में फंसती तो उसके अंजाम का पता खुदा ही जानते।