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चंपारण में अंग्रेजी पत्रकारिता के आधारस्तंभ पत्रकार राजेश नारायण सिन्हा नहीं रहे, शोक की लहर

मोतिहारी। अशोक वर्मा
जिले के मूल बखरी निवासी तथा वर्तमान भवानीपुर जिला के रहने वाले जिले के जाने-माने पत्रकार राजेश नारायण सिन्हा की मृत्यु ब्रेन हेमरेज के कारण हो गई। शनिवार की रात्रि 1ः30 बजे वे असहज महसूस किए और ब्रेन हेमरेज के शिकार हुए। दो दिनों तक मोतिहारी में इलाज होने के बाद सोमवार को डाक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया। पटना के निजी हॉस्पिटल पारस मे इलाज के दौरान राजेश सिन्हा ने दिन में 1रू30 बजे अपना यह पुराना शरीर छोड़ अगली यात्रा पर निकल गए।
65 वर्षीय राजेश सिन्हा मोतिहारी के महाराजा हरेंद्र किशोर कॉलेज में अंग्रेजी के विद्वान प्राध्यापक थे। लंबे समय तक मोतिहारी कोर्ट में वकालत भी उन्होंने की। अपने विशेषता के बल पर लोक अदालत मे लंबे समय तक सदस्य भी रहे। पत्रकार राजेश सिन्हा हिंदुस्तान टाइम्स मे पहले सिकरहना संवाददाता के रूप में कार्य किए। बाद में जिला रिपोर्टर के पद पर लंबे समय तक हिंदुस्तान टाइम्स ग्रुप के लिए काम किये। कई वर्षाे तक चार जिले के प्राभारी के रुप मे टेलीग्राफ में भी अपनी सेवाएं दी। मोतिहारी में जॉर्ज ऑरवेल के जन्म स्थल को उजागर करने वालों में वे भी थे। दिल्ली में जॉर्ज ऑरवेल के जन्मदिन पर आयोजित सेमिनार एवं चित्र प्रदर्शनी में मोतिहारी के 4 सदस्य टीम में उन्होंने अपनी भागीदारी दी।

वहां पर उनका प्रभावशाली स्पीच भी हुआ था। राजा टोडरमल के परिवार से आने वाले राजेश सिन्हा को दो दशक पूर्व राज्यसभा सदस्य आर के सिन्हा ने मोतिहारी में सम्मानित भी किया था। कई सामाजिक सांस्कृतिक संगठन से जुड़े राजेश सिन्हा की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि वे अपने से छोटे और बड़ों के साथ समान व्यवहार करते थे ।व्यवहार कुशलता में उनकी कोई सानी नहीं थी ।सभी से मीठी बोली, सभी को प्रतिष्ठा देना यह उनके विशेष गुण थे ।अचानक उनकी मृत्यु होने से शहर के लोग स्तब्ध रह गये, खासकर पत्रकारिता क्षेत्र के लोगों को एक बहुत बड़ा सदमा लगा। सहज रूप से लोग विश्वास नहीं कर पाए कि अब सिन्हा जी नहीं रहे । अपने विशेष लिबास,कैप एवं शाही अंदाज मे चलन के लिए वे हमेशा लोगों के जेहन में घूमते रहेंगे । काफी लोगों ने उनके प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है।

संवेदना व्यक्त करने वालों में टाइम्स ऑफ इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार चंद्र भूषण पांडे, एएनआई के पत्रकार अशोक कुमार वर्मा , सहारा के संजय ठाकुर, पीटीआई के संजय पांडे,दस्तक प्रभात के नरेंद्र झा,प्रैस छायाकार इम्तियाज अहमद ,जागरण के अनिल तिवारी, सुशील वर्मा,प्रभात खबर के संजय सत्यार्थी , कैलाश गुप्ता, सन्मार्ग के विनोद सिंह, सिद्धार्थ वर्मा, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, इंतजारुल अहमद, अंसारुल हक, सामाजिक क्षेत्र के अमर, दिग्विजय नारायण सिन्हा ,प्रयास के डॉक्टर विजय शर्मा, कृषक विकास समिति के उमाशंकर प्रसाद ,अधिवक्ता ममता वर्मा,प्रसाद रत्नेश्वर, कृष्णा प्रसाद, शैलेंद्र सिन्हा, अंजनी अशेष, अभय अनंत, हिंदुस्तान के छायाकार अजीत कुमार कन्हैया ,विजय सिंह, प्रभात खबर के छायाकार पाठक, दैनिक जागरण के आबिद हुसैन ,आज तक चैनल के सचिन पांडे ,राजेंद्र द्विवेदी, तेजस्वी कुमार ,चंपारण की क्रांति के अरुण वर्मा ,आलोक वर्मा, सत्या शरण यादव अधिवक्ता बिहार सरकार के गन्ना एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार ,भाजपा जिला अध्यक्ष प्रकाश अस्थाना ,विधायक श्याम बाबू, विधायक कृष्णा नंदन पासवान, पूर्व विधायक राजेंद्र राम, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शुक्ला ,राजद के जिला अध्यक्ष सुरेश यादव ,पूर्व मंत्री बृजकिशोर सिंह, भाजपा के जिला महासचिव डॉ लाल बाबू ,जदयू के जिला प्रवक्ता प्रोफ़ेसर दिनेश चंद्र प्रसाद ,जदयू के वरिष्ठ नेता दीपक पटेल ,मनोज पटेल के अलावा काफी संख्या में लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की।

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