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तीनों कृषि कानून रद करने की जिद पर अड़े किसान, सरकार के प्रस्ताव को किया खारिज

नेशनल डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
नए कृषि कानूनों पर जिच कायम है। किसान तीनों कानून रद करने की जिद पर अड़े हैं। डेढ़ साल तक कानून स्‍थगित करने के केंद्र सरकार के प्रस्‍ताव को किसान संगठनों ने खारिज कर दिया है। संयुक्‍त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा कि तीनों कृषि कानून पूरी तरह रद हों। संयुक्त किसान मोर्चा की एक पूर्ण आम सभा में गुरुवार को सरकार द्वारा दिए प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। आंदोलन की लंबित मांगों में 3 कृषि कानून रद करने और एमएसपी पर कानून बनाने को दोहराया गया। कहा कि 26 जनवरी को रिंग रोड पर ही ट्रैक्‍टर परेड करेंगे।

 

बुधवार को किसान नेताओं ने सरकार के प्रस्‍ताव का स्‍वागत किया था। दोनों पक्षों के बीच शुक्रवार को 11वें दौर की बैठक होगी। बुधवार को 10वीं दौर के बातचीत में केंद्र सरकार ने किसानों को यह भी प्रस्ताव दिया था कि कानून को लेकर एक कमेटी बना देते हैं। अब किसान इसी प्रस्ताव पर बात करने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं। बैठक के बाद किसान गुरुवार शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताएंगे कि उनकी आगे की रणनीति क्या होगी?

बुधवार को बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि आज हमारी कोशिश थी कि कोई निर्णय हो जाए। किसान यूनियन कानून वापसी की मांग पर थी और सरकार खुले मन से कानून के प्रावधान के अनुसार विचार करने और संशोधन करने के लिए तैयार थी। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ समय के लिए कृषि सुधार क़ानूनों को स्थगित किया है। सरकार 1-1.5 साल तक भी क़ानून के क्रियान्वयन को स्थगित करने के लिए तैयार है। इस दौरान किसान यूनियन और सरकार बात करें और समाधान ढूंढे।

किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि बैठक में तीन कृषि कानूनों और एमएसपी पर बात हुई। सरकार ने कहा हम तीन कानूनों का एफिडेविट बनाकर सुप्रीम कोर्ट को देंगे और हम 1-1.5 साल के लिए रोक लगा देंगे। एक कमेटी बनेगी जो 3 कानूनों और एमएसपी का भविष्य तय करेगी। हमने कहा हम इस पर विचार करेंगे।

किसानों और पुलिस के बीच बातचीत बेनतीजा

इधर, ट्रैक्टर रैली को लेकर किसानों और पुलिस के बीच बातचीत बेनतीजा रही है। किसान दिल्ली में रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली करने पर अड़े हैं, जबकि पुलिस ने रैली की इजाजत देने से साफ मना कर दिया है। पुलिस ने पलवल-मानेसर में रैली का प्रस्‍ताव दिया है।

पुलिस और किसान यूनियनों के बीच 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के संबंध में दूसरे दौर की बैठक गुरुवार को बेनतीजा रही, क्योंकि किसान दिल्ली की व्यस्त आउटर रिंग रोड पर रैली निकालने की अपनी मांग पर अड़े हुए थे। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस चाहती है कि किसान नेता राष्ट्रीय राजधानी के बाहर अपनी ट्रैक्टर रैली निकालें।
यादव ने कहा कि हम दिल्ली के अंदर शांतिपूर्वक अपनी परेड करेंगे। वे चाहते हैं कि हम दिल्ली के बाहर ट्रैक्टर रैली आयोजित करें, जो संभव नहीं है। योगेंद्र यादव केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने आउटर रिंग रोड के बजाय कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे पर अपनी ट्रैक्टर रैली आयोजित करने के लिए किसान संगठनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस का प्रयास व्यर्थ रहा।

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