फिल्मी दुनिया। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
बप्पी लाहिरी का निधन हो गया। बॉलीवुड के लिए बुधवार का दिन काफी दुखदाई रहा।
मशहूर गायक और संगीतकार बप्पी लहिरी का बुधवार सुबह निधन हो गया। 69 साल के बप्पी दा ने अपनी कर्मभूमि मुंबई में अंतिम सांस ली। बप्पी दा को पूरी दुनिया के संगीतप्रेमी प्यार करते थे, चाहें पाकिस्तान हो या बांग्लादेश। लेकिन बप्पी दा खुद कभी पाकिस्तान नहीं गए। आखिर इसके पीछे क्या कारण था? इसका खुलासा उन्होंने कई साल पहले एक इंटरव्यू में किया था।
पिता ने मना किया इसलिए कभी पाकिस्तान नहीं गया
डीएनए ने 2013 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें बताया गया था कि बप्पी लहिरी के पाकिस्तान में कई दोस्त और चाहने वाले हैं लेकिन वह खुद कभी पाकिस्तान नहीं गए, जिसकी सलाह उन्हें उनके पिता ने दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक उज्जैन में एक सम्मान समारोह के दौरान बप्पी लहिरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, मेरे पिता अपरेश लहिरी एक महान संगीतकार थे। वह मुझे पाकिस्तान न जाने की सलाह अक्सर देते रहते थे। इसलिए मैं कई देशों में गया हूं लेकिन कभी पाकिस्तान नहीं गया।
भारत महान है और हम सभी का स्वागत करते हैं
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव नहीं होना चाहिए और सरकार के स्तर के प्रयास सफल होने चाहिए। उन्होंन कहा कि मैं किसी तरह की राजनीति में नहीं पड़ना चाहता। पाकिस्तान में मेरे कई दोस्त हैं। मैं किसी देश या उसके लोगों से नफरत नहीं करता हूं। कई पाकिस्तानी कलाकार जैसे मेहदी हसन हमारे देश आते रहे हैं। भारत की संस्कृति और परंपराएं महान हैं। हम सभी का स्वागत करते हैं।
सोना पहनने के लिए मशहूर थे बप्पी दा
बप्पी लहरी अपने म्यूजिक के साथ-साथ सोना पहनने के अंदाज को लेकर भी जाने जाते थे। बप्पी दा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह अमेरिकी पॉप स्टार एल्विस प्रेसली से काफी प्रभावित थे। प्रेसली अपने कॉन्सर्ट के दौरान सोने की चेन पहनते थे। बप्पी दा ने कहा था कि वह प्रेसली को देखकर सोचते थे कि जीवन में सफलता पाने के बाद वह भी अपनी अलग पहचान बनाएंगे। प्रेसली से प्रभावित होकर वह सोना पहनता थे और यह उनके लिए लिए काफी लकी था।