
डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
किसान संगठनों के आह्वान पर कृषि कानून के खिलाफ बुलाई गई भारत बंद को सफल बनाने में पूरा विपक्ष सड़क पर उतर गया है। राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों समेत विभिन्न संगठनों ने भारत बंद को समर्थन देेते हुए अग्रणी भूमिका निभाने का ऐलान किया है। इस बीच बिहार के विभिन्न जिलों में बंद समर्थकों ने ट्रेनों को रोकना शुरू कर दिया है। विभिन्न जिलों में सड़क पर टायर जलाते हुए जाम कर दिया गया है। मुजफ्फरपुर में बंद समर्थकों ने उग्र प्रदर्शन कर सड़क पर आगजनी करते हुए यातायात रोक दिया है।
डीएसपी ज्योति प्रकाश ने बताया कि हरसिद्धि थाना के दुदही गांव के वार्ड 14 के फुलवारी से बरामद शव की पहचान भीखम दास
सुपौल में लगभग साढ़े तीन घंटे बाद रवाना हुई ट्रेन
सुपौल में लगभग साढ़े तीन घंटे बाद रवाना हुई ट्रेन। बंद समर्थकों ने सुबह साढ़े 8 बजे से रोक रखी थी सहरसा-राघोपुर 055216 डाउन पैसेंजर ट्रेन। लोहिया नगर रेलवे ढाला के पास एनएच 327 ए अभी भी जाम। बाजार में बंद का असर नहीं, खुली हुई हैं दुकानें। आपको बता दें कि राजद, वाम दल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुबह लगभग 8 बजे ही लोहिया नगर रेलवे ढाला को जाम कर ट्रेन परिचालन और एनएच 327 पर सड़क परिवहन को बंद कर दिया था। बंद समर्थकों ने कृषि कानूनों को अविलंब वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने आदि की मांग करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
भोजपुर में बंद असरदार, सभी प्रमुख सड़कें जाम
भोजपुर में बंद असरदार। कोईलवर पुल, आरा-सहार पुल, आरा- छपरा पुल समेत सभी प्रमुख सड़कें जाम। दूल्हा-दुल्हन की गाड़ियां भी जाम में फंसीं। सिपाही परीक्षार्थी भी फंसे। हालांकि एडमिट कार्ड दिखाने पर उनकी बस को जाने दिया गया। भाकपा माले व राजद की संयुक्त तौर पर सक्रियता। वहीं बक्सर में राजद के नेता और कार्यकर्ता भारत बंद को सफल बनाने के लिए लोगों से वाहन नहीं चलाने और दुकानदारों से दुकान बंद करने की अपील करते नजर आए।
मुंगेरः बंद समर्थक किसान विरोधी कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे
मुंगेर में मंगलवार को किसानों के भारत बंद के आह्वान पर कृषि कानून के खिलाफ शहर में विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सुबह लगभग दस बजे जुबलीवेल के समीप सड़क जाम कर वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया। प्रतिरोध मार्च में शामिल कार्यकर्ता किसान विरोधी कानून वापस लेने की मांग कर रहे थे। राजद नगर अध्यक्ष मंटू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की रीढ़ तोड़ने की साजिश कर रही है। कहा कि राष्ट्र के अन्नदाता के पेट पर नरेंद्र मोदी की सरकार लात मारने और मुनाफाखोरों को जमाखोरी की खुली छूट दी है। उधर
भारत बंद को लेकर शहर में चप्पे चप्पे पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी चैकस दिखे। यातायात एवं विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर बीडीओ राजीव कुमार, सीओ शंभू मंडल के साथ जमालपुर थाना एसएचओ रंजन कुमार दलबल के साथ मौजूद थे। अधिकारियों का स्पष्ट कहना था कि अराजकता करते हुए आम आदमी समेत सरकारी संपत्ति को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं भारत बंद को लेकर आरपीएफ के जवान भी रेल परिसर में अहले सुबह से ही मुस्तैद दिखे। आरपीएफ इंस्पेक्टर सुजीत कुमार ने बताया कि बंदी का असर रेलवे पर न पड़े इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। रेल क्षेत्र में किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
भारत बंद को लेकर मंगलवार को महागठबंधन के नेता सड़क पर उतरे। रमेश चैक से लेकर बाईपास तक आवागमन को बाधित कर दिया गया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस बंद में राजद, माले, जन अधिकार पार्टी के नेता शामिल हुए। रमेश चैक के समीप नेताओं ने सड़क को जाम कर दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यहां टायर जलाकर आवागमन को बाधित कर दिया गया।
हालांकि बंद के दौरान एंबुलेंस और अन्य जरूरी सेवाओं को बाधित नहीं किया गया। राजद विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्ल्यू सिंह, कांग्रेस विधायक आनंद शंकर सिंह, राजद विधायक मो. नेहालउद्दीन, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, जिलाध्यक्ष सुरेश मेहता, अरविंद कुमार सिंह, राजद के वरीय नेता सुबोध कुमार सिंह, रमेश यादव, उदय उज्जवल सहित अन्य नेता बंद में शामिल हुए।
नेताओं ने कहा कि कृषि बिल किसानों का शोषण करने के लिए लाया गया है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। नेताओं ने नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया। मुखिया वीरेंद्र यादव और माले नेता सिनेश राही के नेतृत्व में यहां आवागमन को बाधित किया गया। इसके कारण कई किलोमीटर की लंबी लाइन लगी। किसी तरह समझा-बुझाकर जाम को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा था। डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा, एसडीपीओ अनूप कुमार, एएसपी अभियान दुर्गेश कुमार, प्रभारी एसडीओ अविनाश कुमार सिंह सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
जमशेदपुर के कोल्हान में बंद का मिला जुला असर
झारखंड राज्य के जमशेदपुर के कोल्हान में भारत बंद का मिला जुला असर दिख रहा है। जमशेदपुर समेत अन्य शहरों में बड़ी दुकानें बंद हैं। टेंपो और छोटे वाहन चल रहे हैं।बसों और मिनी बसों का परिचालन पूरी तरह ठप है। हालांकि साप्ताहिक हाट पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। जमशेदपुर के मानगोक में बंद समर्थकों ने तोड़फोड़ की। हाईवे में टायर जलाकर विरोध प्रदर्शित किया। कुछ दुकानें खुलीं जिन्हें बंद समर्थकों ने बंद करा दिया। साकची में दुकान बंद कराने के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक दुकानदार को पीट दिया। इसके बाद दुकानदार ने भी कार्यकर्ता पर हाथ छोड़ दिया। इससे काफी देर तक हंगामा हुआ।कांग्रेस, वामपंथी समेत अन्य दलों ने प्रदर्शन किया।बिष्टूपुर बाजार भी पूरी तरह बंद है।
घाटशिला में भी बंद का व्यापक असर दिख रहा है। गालूडीह में विधायक रामदास सोरेन ने कंधे में हल लेकर बंद को समर्थन में जुलूस निकाला। बहरागोड़ा, चाकुलिया,गालूडीह में कांग्रेस,झामुमो समेत अन्य दलों के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। एनएच पर आवागमन ठप है। पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर, मनोहरपुर, सोनुवा समेत अन्य जगहों पर बंद असरदार है। साप्ताहिक हाट खुला है, पर बाजार बंद है। सडकों पर वाहन नहीं चल रहे हैं।