
अरेराज । अशोक वर्मा
विगत दो दशकों से अरेराज में संचालित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र का वार्षिकोत्सव बड़े हीं आत्मीक एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वार्षिक समारोह का उद्घाटन पूर्वी चंपारण जिला प्रभारी वरिष्ठ राजयोगिनी बीके मीणा बहन ,डॉक्टर आलोक समेत अन्य कई चिकित्सक एवं गिरी जी ने दीप प्रज्वलित कर किया। उक्त अवसर पर आगत अतिथियों का स्वागत मोतिहारी सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा बहन ने दीप प्रज्वलित कर किया और उन्हें संचालन के दौरान संस्था का का परिचय देने के क्रम में कहा कि आज से 85 वर्ष पूर्व हीरे और सोने के व्यापारी दादा लेखराज के जन्मे जन्मे जब शिव बाबा के प्रवेश लाल हुई उसके बाद शिव बाबा ने इनका नाम प्रजापिता ब्रह्मा रखा और इनके ऊपर नई दुनिया निर्माण की कार्य की जिम्मेवारी सौंपी ब्रह्मा बाबा ने अपने चल अचल संपत्ति को आठ माताओं के नाम ट्रस्ट बनाकर कर दिया और संस्था का बागडोर उनको सौंप दिया। संस्था आज विश्व के 140 देशों में मूल्यों को पुनर्स्थापित एवं चरित्र निर्माण का कार्य निर्बाध गति से कर रही है।
85 वर्ष पूर्व की संस्था आज विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुकी है। मुख्य वक्ता के रूप में राजयोगिनी बीके मीना दीदी ने अपने संबोधन में कहा कि अरेराज शिव की नगरी है और बिहार सबसे प्राचीन तीर्थ स्थल अरेराज मे है, जिसकी चर्चा पूरे विश्व में है। इस पावन भूमि पर भूमिगत शिवलिंग के दर्शनार्थ एवं उसपर जल चढ़ाने सालों भर भक्त यहां आते रहते हैं ।परमपिता परमात्मा शिव बाबा की यह भूमि है और इस भूमि पर हमें सेवा करने तथा ईश्वरीय ज्ञान देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है इसलिए मैं अपने जीवन को धन्य समझती हूं। उन्होंने शिव अवतरण पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि कलयुग के समापन और सतयुग के आरंभ के बीच के लीप युग पुरुषोत्तम संगमयुग पर परमपिता परमात्मा का अवतरण हर कल्प में भारत की भूमि पर ही होता है। अवतरण के बाद पतीत दुनिया को पावन बनाते हैं। मूल्यों को पुनः स्थापित करते हैं तथा लोगों का चरित्र उत्थान करते हैं। विश्व भर में 10,000 सेवा केंद्र आज इस कार्य को कर रही है तथा हजारों लाखों पाठशाला भी इस पुनीत कार्य में लगी हुई है। संस्था में प्रतिदिन सहज राजयोग एवं ईश्वरीय पढ़ाई की व्यवस्था की गई है ।अरेराज के इस सेवा केंद्र के द्वारा सैकड़ों लोगों का जीवन परिवर्तन हुआ है।अरेराज के अलावा आसपास के क्षेत्रों में भी संस्था के सेवा केंद्र उप सेवा केंद्र एवं पाठशाला कार्यरत है जहां पर लोगों को नया जीवन मिल रहा है। डॉ आलोक ने अपने संबोधन में उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्था के कार्य से मैं बहुत प्रभावित हूं और आज यह संस्था अपने विशेष गुण एवं सेवा कार्य के बदौलत पूरे विश्व में विस्तार को पाया है । नारी शक्ति के हाथों में संस्था का बागडोर ही इसके आगे बढने का कारण है। उक्त अवसर पर अतिथियों समेत बीके मीना बहन ने केक काटा। कार्यक्रम में सिकटिया सेवा केंद्र प्रभारी की बीके ललिता, सुगौली सेवा केंद्र की प्रभारी बीके मीरा ,बी के जनक नंदिनी, बीके आरती बहन, बीके रेखा बहन आदि शामिल हुए।