
बिहार डेस्क। यूथ मुकाम न्यूज नेटवर्क
आज किसान दिवस है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बिहार के किसानों को भिखारी बना दिया। बुधवार को पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि छोटी-छोटी बातों पर ट्वीट कर सेलिब्रिटी को बधाई देने वाले पीएम मोदी और सीएम नीतीश किसानों की मौत पर क्यों मौन हैं? कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को मजदूर बना दिया है और अगर किसानों ने आंदोलन नहीं किया तो उन्हें भिखारी बनते देर नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार काला कानून लेकर आई है। आंदोलन कर रहे किसानों को देशद्रोही व खालिस्तानी बोला जा रहा है। सरकारी अनाज खरीद भी उपरवाले के भरोसे हैं।
हालांकि तेजस्वी के बयान के बाद भाजपा आक्रामक हो गई है। बीजेपी ने तेजस्वी यादव को अपने बयानों के लिए माफी मांगने की मांग कर दी है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष बिहार के किसानों का अपमान कर रहे हैं। बिहार के किसान भिखारी नहीं, अन्नदाता है। वे कड़ी मेहनत कर मेहनत कर देश-प्रदेश के लोगों की पेट भरते हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के बयान से जाहिर हो गया कि वे किसानों के प्रति किस तरह की ओछी सोच रखते हैं। किसानों को भिखारी कहकर अपमानित करनेवाले तेजस्वी को अपने बयानों के लिए किसानों से माफी मांगनी चाहिए। अरविंद सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को कोई जानकारी नहीं, सिर्फ हवा-हवाई बातें करते हैं। बिहार में एनडीए की सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए सतत प्रयत्नशील है। इसके बेहतर नतीजे भी सामने आये हैं। लेकिन, तेजस्वी को नहीं दिखता तो उनकी नजर का दोष है। बाढ़ और सूखा की स्थिति में राज्य सरकार मुआवजा दे रही है। मुआवजे की राशि सीधे किसानों के खाते में जाती है। डीजल सब्सिडी की व्यवस्था की गयी है। सात निश्चय-2 में हर खेत तक पानी पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। तेजस्वी बताएं कि उनके 15 वर्षो के राजद शासनकाल में उनके माता-पिता ने किसानों के लिए क्या किया.