
मोतिहारी। अशोक वर्मा
लंबी प्रतीक्षा के बाद मोतिहारी शहर की धड़कन मोतीझील पुल तो चालू हो गया, मगर आधे-अधूरे निर्माण ने एक नए संकट को जन्म दे दिया है। दरअसल इस पुल के दोनों तरफ के संपर्क पथ पर मिटटी भराई कार्य कर सड़क कच्ची छोड़ दी गई है। इस कारण गाड़ियों के साथ उड़नवाली धूल से राहगीर परेशान है।
आमलोगों ने मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल से इस समस्या की ओर नजरे इनायत करने की अपील की है, ताकि सड़क कालीकरण का कार्य शीघ्र हो सके। बता दें कि मोतिहारी शहर के दो भागों को जोड़ने वाला मोतीझील पुल अंग्रेज के समय में बने पुल के डैमेज होने के बाद पुल निर्माण शुरू हुआ। काफी समय के बाद बने पुल से आवागमन हाल के दिनों में शुरू हो गया, लेकिन पुल निर्माणकर्ता द्वारा बरती गई लापरवाही का असर इसपर से गुजरने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। पुल के दोनों तरफ के भाग पर मिट्टी डाल कर इसका पक्कीकरण नहीं किया गया, ,नतीजतन गाड़ियों के आने-जाने से मिट्टी सुखकर हवा में धूल के रूप में उड़ रहा है, जो लोगों के शरीर में प्रवेश कर स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करेगा। पुल निर्माणकर्ता की इस लापरवाही पर जिला प्रशासन के किसी भी अधिकारी का नजर नहीं पड़ना आश्चर्यजनक और अफसोस की बात है। गौर करनेवाली बात है कि जिलेवासी एलर्जी और स्वांस की बीमारी से पहले से ही परेशान है, इस पर धूलकणों का उड़ना बीमारी को बढाने का कारण बनेगा।